Index Fund को समझने से पहले आपको Active Funds और Passive Funds के बारे जानना ज़रूरी है|
Funds दो तरह के होते है :-
- Active Funds.
- Passive Funds.
Active Funds :- Active Funds को Funds Manager Active करते है| वो अलग अलग Companies को Analysis करते है और खुद Decide करते है की पैसा कहाँ डालना है| और इसके वो या आपके Funds को manage करने के लिए वो आपसे कुछ पैसा Charge करते है जिसे हम Expense Ratio भी कहते है| जो की 1-2 % के बीच में होता है| जैसे की – Mutual Funds.
Passive Funds :- ये भी एक तरह का Mutual Funds है, पर इसमें भी Funds Manager होते है पर वो आपका पैसा Indices में लगाते है| मतलब, Sensex और Nifty में | इसमें कोई Research Team नहीं होती है| इसलिए इसमें Expense Ratio भी बहुत कम होती है, लगभग नहीं के बराबर | Eg. 0.10% .
Passive Funds का Example है Index Funds.
Table of Contents
Index Fund क्या होता है? | Index Fund in Hindi.
Index Funds एक तरह का Passive Funds है| जहाँ Funds Manager की Research और Experience की कोई ज़रूरत नहीं पड़ती | आप जो भी पैसा Invest करोगे वो Nifty या Sensex के Top Companies के Weightage के According, आपका पैसा Distribute हो जायेंगे |
Example से समझते है :-
ये है Nifty50 Index का portfolio.
Nifty 50 Index Top 50 Companies से मिलकर बना है| और ये है उन 50 में से Top 10 Companies. ये सब का Weightage [Weight(%)] आपके सामने है|
मान लो, आप Nifty 50 Index Funds में 10,000 invest किया है| तो 10,000 का 10.99% HDFC में Invest होगा | 8.93% Reliance में जायगा | तो वैसे ही आपके पैसे Weightage के According सारी Companies में Distribute हो जाएगी |
Index Funds में 14 – 15% तक का Average return मिलता है|
John Bogle जो Father of Index Fund के नाम से जाने जाते है| इनका कहना है अगर ” अगर आपके पास कोई Knowledge नहीं है और आप Mutual Funds में Invest कर के पैसा कमाना चाहते हो, तो आपको कोई भी Research करने की ज़रूरत है| आपको बस अपना पैसा Index Funds में लगा देना है| और Warren Buffett का भी यही कहना और मानना है|
John Bogle का मानना है :- Long Term में कोई भी Mutual Funds, Index Funds को Beat नहीं कर सकता |
Expense Ratio Mutual Funds का ज़्यादा होता है|
Index Funds में Invest कैसे करते है ?
इसमें भी दो option है :-
- ETF(Exchange Traded Funds)
- Normal
ETF – का Example है Reliance Sensex ETF, HDFC Sensex ETF, HDFC Nifty 50 ETF…..etc. ETF Index Funds में Invest करने के लिए Demat Account होना ज़रूरी है|
- Demat Account खोलने के लिए आपके पास बहुत सारे Option है| इसके लिए कुछ पैसे लगते है और साथ ही Annual Maintenance Charge भी लगता है|
- ETF Index Funds में SIP नहीं कर सकते |
Normal Index Funds जैसे की SBI Nifty Index Funds, HDFC Index Fund Nifty 50….etc. इसको आप Direct भी खरीद सकते हो |
- Normal Index Fund में SIP कर सकते हो |
- Index Fund में हमेशा Direct Plan ही लेना | क्यूंकि इसमें Expense Ratio बहुत कम होता है|
ETF(Exchange Traded Fund) क्या है?
ETF – Exchange पे Trade होने वाला Fund. जिसे BSC (Bombay Stock Exchange) या NSC (National Stock Exchange) जैसे Stock Exchange से ही खरीद सकते है|
Exchange Traded Fund का मतलब है आप उसे Mutual Fund Company से खरीद ही नहीं सकते | आपको Stock Exchange से ही खरीदना होगा | ये एक Share खरीदने के जैसा है| अगर मुझे TATA का Share चाहिए तो मैं direct TATA से नहीं खरीद सकता, आपको Stock Exchange से ही खरीदना होगा |
किसी भी Company का Share directly उस Company से उसके IPO के समय ही खरीद सकते हो |
या फिर हम उसे ऐसे भी समझ सकते है की – अगर किसी भी Mutual Fund को Stock में List कर दिया जाए तो वह ETF है|
ETF भी कुछ Shares का Group है| Sensex, Nifty की तरह | Sensex में 30 Shares का Group है और Nifty में 50 Shares का Group है| ETF किसी Index का भी हो सकता है| जैसे की Nifty का ETF, Sensex का ETF.
अगर Nifty का ETF है तो 50 Shares होंगे और अगर Sensex का ETF है तो 30 Shares होंगे | तो ETF Shares का Group है और ये Share किसी भी Company, Bonds, Commodities, Gold किसी का भी हो सकता है| किसी भी Asset का ETF बन सकता है|
SIP (Systematic Investment Plan) क्या होता है?
अगर आप चाहते हो की हर Week , महीना या हर तीन महीने में या हर एक साल में एक Fixed Amount of Money Mutual Funds में Invest हो जाए, तो SIP यही है|
आप जो भी Amount और Interval select करोगे, उसके According आपके Bank से पैसे Automatically कट जायेंगे |
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